हरियाणा में महिला ने एक साथ दिया चार बच्चों को जन्म: दो लड़के-दो लड़कियां, परिवार बोला– यह चमत्कार है
कहते हैं भगवान जब देता है तो छप्पर फाड़ कर देता है चाहे वह धन दौलत हो या फिर औलाद । ऐसा ही एक मामला हरियाणा की सिरसा जिले से सामने आए हैं जहां पर एक महिला ने एक साथ चार बच्चों को जन्म दिया है जिसमें दो लड़कियां हैं और दो लड़के । और इस महिला की शादी को भी सिर्फ 1 साल का वक्त हुआ था । एक साथ चार बच्चों की जन्म से पूरा परिवार खुश भी है और आश्चर्यचकित भी । वह इसे भगवान का चमत्कार कहते हैं । हालांकि महिला ने बच्चों को लगभग 20 दिन पहले जन्म दिया था महिला की अस्पताल से छुट्टी पहले ही कर दी गई थी पर बच्चों को जब छुट्टी मिली उसके बाद यह खबर सामने आई है।
हरियाणा के सिरसा जिले में एक 24 वर्षीय महिला ने एक साथ चार स्वस्थ शिशुओं को जन्म देकर चिकित्सा जगत को भी हैरान कर दिया है। यह महिला, रज्जो, पहली बार मां बनी हैं और उनके घर एक साथ दो बेटे और दो बेटियों की किलकारियां गूंजी हैं। फिलहाल मां और चारों नवजात पूरी तरह स्वस्थ हैं।
यह प्रसव सिरसा के सिविल अस्पताल में 14 मई को सिजेरियन ऑपरेशन के जरिए हुआ। डॉक्टरों के अनुसार यह केस बेहद जटिल और असाधारण था, लेकिन उनकी टीम की मेहनत और परिवार की दुआओं के चलते सब कुछ सुरक्षित और सफल रहा।
रज्जो के पति सोनू, जो खेती और मजदूरी से परिवार का पालन करते हैं, ने इस अनुभव को “ईश्वर का चमत्कार” बताया। उन्होंने कहा, “हमें जब पहली बार तीन बच्चों का पता चला तो यकीन नहीं हुआ। बाद में निजी जांच में चार शिशुओं की पुष्टि हुई। पूरे परिवार ने मिलकर रज्जो की देखभाल की। आज जो खुशी मिली है, वो शब्दों में बयान नहीं की जा सकती।”
सोनू और रज्जो की शादी 2024 में हुई थी। परिवार में पहले से छह सदस्य हैं—मां, भाई, बहन और दादी सहित। पिता का निधन कुछ साल पहले हो गया था। जैसे ही तीसरे महीने में रज्जो के अल्ट्रासाउंड में तीन भ्रूण दिखे, परिवार ने कई अस्पतालों से पुष्टि करवाई। अंतिम जांच में चार भ्रूणों की पुष्टि हुई।
डिलीवरी के दौरान एक वक्त ऐसा भी आया जब ओटी में रज्जो की ब्लीडिंग नहीं रुक रही थी, जिससे स्टाफ चिंतित हो गया। अस्पताल के गायनोकॉलोजिस्ट डॉ. राहुल गर्ग ने बताया, “यह हमारे करियर का सबसे अलग अनुभव था। पूरा स्टाफ सतर्क और भावुक था। आखिरकार जब चारों बच्चे और मां स्वस्थ निकले, तो हर किसी ने चैन की सांस ली।”
रज्जो ने भी परिवार के सहयोग की दिल से सराहना की। उन्होंने कहा, “मेरी सास ने कहा कि बच्चों की चिंता मत करो, उन्हें हम संभाल लेंगे। पति ने हर छोटी-बड़ी जरूरत का ध्यान रखा। पूरे परिवार ने मेरी ताकत बनकर साथ दिया।”
सिरसा जिले के टीटू खेड़ा गांव से आई यह खबर अब पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय बनी हुई है। ग्रामीणों से लेकर अस्पताल स्टाफ तक, सभी इस “चमत्कारी जन्म” की खुशी में शामिल हैं।
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