अपराध का कोई लिंग नहीं होता, अपराधी सिर्फ अपराधी होता है : जया किशोरी
मशहूर आध्यात्मिक वक्ता और मोटिवेशनल स्पीकर जया किशोरी ने NDTV के विशेष कार्यक्रम ‘क्रिएटर्स मंच’ में समाज, रिश्तों और हालिया अपराधों को लेकर स्पष्ट और प्रभावशाली विचार रखे। शो के दौरान जब उनसे इंदौर की सोनम हत्याकांड और मेरठ की मुस्कान रस्तोगी प्रकरण जैसे चर्चित मामलों पर राय मांगी गई, तो उन्होंने समाज के लिंग-आधारित दृष्टिकोण की कड़ी आलोचना की।
“अपराध को अपराध की तरह देखा जाना चाहिए”
कार्यक्रम में पत्रकार शुभांकर मिश्रा से बातचीत करते हुए जया किशोरी ने कहा,
“कोई भी व्यक्ति—चाहे वह महिला हो या पुरुष—अगर अपराध करता है, तो वह अपराधी है। हमें इसे ‘महिला ने किया’ या ‘पुरुष ने किया’ के नजरिए से नहीं देखना चाहिए।”
उन्होंने समाज से यह भी सवाल किया कि वर्षों से जब महिलाओं पर अत्याचार होते रहे हैं, तब हर पुरुष को दोषी नहीं माना गया। ऐसे में अब कुछ मामलों के आधार पर हर महिला पर उंगली उठाना भी उतना ही गलत है।
“पुरुषों को सशक्त महिलाओं के साथ रहना सीखना होगा”
समाज में बदलते जेंडर समीकरण पर बोलते हुए जया किशोरी ने कहा,
“पुरुषों को अब इस बदलाव को स्वीकारना होगा कि महिलाएं भी स्वतंत्र और सशक्त हैं। उन्हें यह स्वीकारने में दिक्कत नहीं होनी चाहिए कि उनकी पहचान किसी महिला के नाम से भी हो सकती है।”
उन्होंने यह भी कहा कि आज के समय में रिश्तों में बराबरी जरूरी है, और इसके लिए दोनों पक्षों को मानसिक रूप से तैयार होना होगा।
शादी और निजी जीवन को लेकर क्या कहा?
शादी को लेकर पूछे गए सवाल पर मुस्कुराते हुए जया किशोरी ने कहा,
“मुझे शादी का विचार बहुत पसंद है। मेरे फोन में शादी से जुड़ी सारी चीजें एक फोल्डर में सेव हैं। बस अब सही लड़के की तलाश है।”
उनका यह जवाब मंच पर हल्के-फुल्के माहौल में मिला लेकिन इसमें उनके निजी विचारों की स्पष्टता भी झलकती है।
पैसे की अहमियत पर बेबाक राय
पैसे की भूमिका पर जया किशोरी ने कहा,
“पैसा जरूरी है, लेकिन उससे ज्यादा जरूरी है उसे संभालना आना। अगर कोई कहता है कि पैसे की कोई जरूरत नहीं, तो उसे चाहिए कि वह अपना पैसा दान दे दे।”
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