भाजपा में पहली बार राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के लिए किसी महिला के नाम की चर्चा जोरों पर !
बीजेपी को जल्द मिल सकती है पहली महिला अध्यक्ष , निर्मला सीतारमण सबसे प्रबल दावेदार
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष के चयन को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं। माना जा रहा है कि जुलाई 2025 में राष्ट्रीय अध्यक्ष का चयन हो जाएगा। इसके साथ ही यह भी कयास लगाए जा रहे हैं कि इस बार पार्टी अपने शीर्ष नेतृत्व में बड़ा बदलाव करते हुए किसी महिला को कमान सौंप सकती है। ऐसा हुआ तो यह पार्टी के इतिहास में पहली बार होगा जब कोई महिला भाजपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष बनेगी। इस दौड़ में सबसे प्रबल नाम देश की वर्तमान वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का बताया जा रहा है।
पार्टी में बदलाव की बयार
भाजपा पिछले 11 वर्षों से केंद्र की सत्ता में है और अब पार्टी नए चेहरे और नए नेतृत्व के साथ आगे बढ़ने की तैयारी कर रही है। ज्यादातर राज्यों में संगठनात्मक बदलाव के बाद अब राष्ट्रीय स्तर पर अध्यक्ष पद को लेकर अंतिम निर्णय की घड़ी आ गई है। माना जा रहा है कि इस महीने के अंत तक नए अध्यक्ष की घोषणा हो सकती है।
निर्मला सीतारमण क्यों सबसे आगे?
निर्मला सीतारमण न सिर्फ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की करीबी और भरोसेमंद सहयोगी मानी जाती हैं, बल्कि वह दक्षिण भारत से आने वाली एक अनुभवी और शिक्षित महिला नेता भी हैं। जेएनयू से इकोनॉमिक्स में एमफिल करने वाली सीतारमण ने 2008 में भाजपा जॉइन की और जल्द ही राष्ट्रीय प्रवक्ता के रूप में पहचान बनाई। 2014 से लगातार केंद्र सरकार में विभिन्न मंत्रालयों की जिम्मेदारी संभाल चुकीं सीतारमण आज देश की पहली पूर्णकालिक महिला वित्त मंत्री हैं।
दक्षिण भारत और महिला वोट बैंक की रणनीति
निर्मला सीतारमण का दक्षिण भारत से आना भाजपा की रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है। पार्टी लंबे समय से दक्षिण भारत में अपने विस्तार की कोशिश कर रही है। वहीं, महिला वोटरों को साधने के लिए भी भाजपा निरंतर योजनाएं और नीतियां बना रही है। उज्ज्वला योजना, शौचालय निर्माण, महिला आरक्षण बिल जैसे कदमों से पार्टी ने महिला मतदाताओं के बीच खास पकड़ बनाई है।
अब अगर किसी महिला को राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया जाता है, तो यह न केवल भाजपा की समावेशी सोच को दर्शाएगा, बल्कि आगामी विधानसभा और लोकसभा चुनावों में ‘आधी आबादी’ को और मजबूत संदेश भी देगा।
हाल की हलचलें और अंदरखाने की चर्चा
सूत्रों के अनुसार हाल ही में भाजपा मुख्यालय में निर्मला सीतारमण की जेपी नड्डा और महासचिव बी.एल. संतोष के साथ बैठक हुई थी। इस मुलाकात को संगठनात्मक चर्चा के नजरिए से देखा जा रहा है। साथ ही यह भी संकेत माना जा रहा है कि पार्टी नेतृत्व उनके नाम पर गंभीरता से विचार कर रहा है।
भाजपा में महिला नेतृत्व की यह संभावित नई शुरुआत न सिर्फ पार्टी के लिए ऐतिहासिक कदम होगी, बल्कि राजनीतिक दृष्टि से भी यह एक प्रभावशाली संदेश होगा। अगर निर्मला सीतारमण राष्ट्रीय अध्यक्ष बनती हैं, तो यह निर्णय भाजपा को संगठनात्मक मजबूती के साथ-साथ सामाजिक संतुलन की दिशा में भी एक अहम बढ़त दिला सकता है।
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