स्वामी देवी दयाल ग्रुप ने 79वां स्वतंत्रता दिवस गर्व और देशभक्ति के साथ मनाया
पंचकूला।
स्वामी देवी दयाल ग्रुप ऑफ प्रोफेशनल इंस्टिट्यूशन्स (एस.डी.डी.जी.पी.आई.) ने अपने कैंपस में 79वाँ स्वतंत्रता दिवस अत्यंत जोश, उत्साह और देशभक्ति की भावना के साथ मनाया। इस अवसर को और भी विशेष बना दिया संस्था की गौरवशाली 25 वर्षों की शैक्षिक और सामाजिक यात्रा ने, जिसने इस आयोजन को ऐतिहासिक बना दिया।
कार्यक्रम की शुरुआत राष्ट्रीय ध्वज फहराने के साथ हुई। एस.डी.डी.जी.पी.आई. के महासचिव अमित जिंदल ने तिरंगा फहराया। ध्वजारोहण के बाद गूंजते राष्ट्रगान ने वातावरण को देशभक्ति की भावना से सराबोर कर दिया। छात्र, शिक्षक और स्टाफ ने राष्ट्र को नमन करते हुए एकजुटता और समर्पण का परिचय दिया।
अपने संबोधन में श्री जिंदल ने स्वतंत्रता दिवस के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि आज़ादी केवल हमारे अधिकारों का प्रतीक नहीं है, बल्कि यह कर्तव्यों और जिम्मेदारियों का भी स्मरण कराती है। उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि वे ईमानदारी, लोकतांत्रिक मूल्यों और सामाजिक सौहार्द की रक्षा करते हुए देश को नई ऊँचाइयों तक पहुँचाएँ। उन्होंने ग्राम सरपंचों और अन्य अतिथियों का गर्मजोशी से स्वागत भी किया। इस अवसर की विशेषता रही गाँवों से आए सरपंचों का सम्मान। उन्हें संस्था की ओर से स्मृति चिह्न और ट्रॉफियाँ भेंट की गईं। ग्राम स्तर पर नेतृत्व, विकास और सामुदायिक सेवा में उनके योगदान को सम्मानित करना संस्था की ग्रामीण विकास और समाज सुधार के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
छात्रों ने कार्यक्रम में रंगारंग सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के माध्यम से भारत की विविधता को सजीव रूप में प्रस्तुत किया। पारंपरिक नृत्य, गीत और नाट्य प्रस्तुतियों ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। विभिन्न राज्यों की झलकियों ने “विविधता में एकता” की भावना को जीवंत कर दिया और भारतीय संस्कृति की समृद्धि का संदेश फैलाया। अंत में पूरे आयोजन का समापन एक नये संकल्प के साथ हुआ—कि शिक्षा, सेवा और राष्ट्रनिर्माण की दिशा में एस.डी.डी.जी.पी.आई. अपनी प्रतिबद्धता बनाए रखेगा। 79वाँ स्वतंत्रता दिवस संस्था के लिए केवल एक उत्सव नहीं रहा, बल्कि अपनी 25 वर्षों की उपलब्धियों को याद करते हुए भविष्य में भी समाज और राष्ट्र के उत्थान हेतु समर्पण का अवसर साबित हुआ।
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