पंचकूला में पूर्व DGP मोहम्मद मुस्तफा केस में नया मोड़; FIR दर्ज कराने वाले शख्स पर ‘लव जिहाद’ का आरोप
क्यों आए शमसुद्दीन चर्चा में , क्या है पूरा मामला ?
मलेरकोटला हाउस पेज है क्या ?
पंजाब के पूर्व DGP मोहम्मद मुस्तफा और उनके परिवार के खिलाफ दर्ज हत्या मामले में एक नया विवाद जुड़ गया है। अब इस केस में शिकायतकर्ता शमशुद्दीन चौधरी पर “लव जिहाद” का आरोप लगाया गया है। यह आरोप मलेरकोटला हाउस नामक फेसबुक पेज पर लगाए गए हैं, जो मुस्तफा परिवार से जुड़ी जानकारी नियमित रूप से साझा करता है।
सोशल मीडिया पोस्ट से बढ़ा विवाद
फेसबुक पेज पर किए गए पोस्ट में दावा किया गया है कि शमशुद्दीन चौधरी, जो एक संपन्न व्यक्ति हैं, ने “एक हिंदू परिवार के घरेलू विवाद का निपटारा करने के बहाने पहले पति-पत्नी को अलग करवाया और फिर उस परिवार की महिला को अपने साथ रख लिया।” पोस्ट में इस घटना को “लव जिहाद” का उदाहरण बताया गया है।
मलेरकोटला हाउस पेज मुस्तफा परिवार के सार्वजनिक संपर्क से जुड़ा माना जाता है। पूर्व DGP के बेटे अकील अख्तर की 16 अक्टूबर को हुई संदिग्ध मौत के बाद इसी पेज से परिवार की ओर से कई बयान, तस्वीरें और वीडियो साझा किए गए थे।
शिकायतकर्ता शमशुद्दीन चौधरी का पक्ष
सोशल मीडिया पर आरोप लगने के बाद चौधरी ने अपने बचाव में बयान जारी किया और तीन मुख्य बातें कही—
1. बीमार पिता की मदद की थी: चौधरी ने कहा कि जिस महिला से उनका निकाह हुआ, उसके पिता लंबे समय से बीमार थे। वह उनकी सहायता के लिए दवा और आर्थिक मदद करते थे।
2. शादी आपसी सहमति से हुई: उन्होंने बताया कि उनकी पत्नी ने निकाह से पहले स्वेच्छा से इस्लाम धर्म अपनाया था और परिवार की रज़ामंदी से 2013 में शादी हुई थी। “यह लव जिहाद नहीं, बल्कि आपसी समझ और सम्मान का रिश्ता है।”
3. 12 साल बाद आरोप: चौधरी ने कहा कि उनके तीन बच्चे हैं — बड़ा बेटा 11 साल का, बेटी और छोटा बेटा साढ़े तीन साल का है। “अब 12 साल बाद मुझ पर ये आरोप इसलिए लगाए जा रहे हैं क्योंकि मैंने पूर्व DGP परिवार के खिलाफ एक गंभीर FIR दर्ज करवाई थी।”
क्यों आए शमसुद्दीन चर्चा में , क्या है पूरा मामला ?
27 अगस्त को मुस्तफा के बेटे अकील अख्तर ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो साझा किया था, जिसमें उसने अपने ही परिवार — मां, बहन और पिता — पर उसे फंसाने या नुकसान पहुंचाने की साजिश रचने का आरोप लगाया था। इसके कुछ सप्ताह बाद, 16 अक्टूबर को उसकी संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई।
अकील के वीडियो के आधार पर शमशुद्दीन चौधरी ने पंचकूला में पूर्व DGP मुस्तफा और उनके परिवार के खिलाफ हत्या की FIR दर्ज कराई। 23 अक्टूबर को हरियाणा सरकार ने इस मामले की जांच CBI को सौंपने की सिफारिश की, और वर्तमान में जांच एजेंसी इस पूरे मामले की तहकीकात कर रही है।
अब सोशल मीडिया पर उठे “लव जिहाद” के आरोपों ने इस केस को और भी पेचीदा बना दिया है, जिससे पंचकूला पुलिस और CBI दोनों के लिए जांच की दिशा और जटिल हो गई है।





Leave a Reply
Want to join the discussion?Feel free to contribute!