खरी-अखरी: नहीं रुक रही लाशों की राजनीति
राजस्थान के बनासबाड़ा का डाक्टर दंपत्ति अपने बच्चों के साथ अपने जीवन की नई शुरुआत करने लंदन जा रहे था मगर उन्हें क्या पता था कि भारत की धरती पर ही उनकी अंतिम यात्रा होगी। डाॅ प्रतीक जोशी की डाॅ पत्नी कोमी व्यास ने लंदन रवाना होने के 2 दिन पहले ही अपनी नौकरी से इस्तीफा दिया था। मगर एयर इंडिया के बोइंग विमान 171 ने 12 जून को प्रतीक जोशी से परिवार सहित सभी के जीवन से ही इस्तीफा ले लिया। Ahmedabad Plane Crash : Rajasthan Doctor Quit Job Days Ago To Start After In London, Entire Family Dead. The devastating Air India plane crash in Ahmedabad brought heartbreak to Rajasthan ofter claiming the lives of an entire family from Banaswara who were en route to start a new chapter of life in London. Among the 10 confirmed fatalities from the state, live belonged to the family of Pratik Joshi, a name now etched in to the collective gniet of Banaswara. On board the I’ll-fated flight with Pratik was has wife Dr Komi Vyas, a medical professional who had tendered her resignation just two days earlier to prepare for their permanent move. Their three children including five-year-old twin daughters, were accompanying them on the journey. इस हादसे में राजस्थान के कुल 11 लोगों के मारे जाने की खबर आ रही है जिसे 5 लोग तो जोशी परिवार के ही हैं। AI 171 हवाई जहाज का दुर्घटनाग्रस्त होना अन्तरराष्ट्रीय घटना है। इसमें 169 भारतीय नागरिक, 53 ब्रिटिश नागरिक के साथ ही कनाडा, पुर्तगाल के भी नागरिक सवार थे। प्रारंभिक खबर तो यही है कि एक ब्रिटिश नागरिक को छोड़ कर सभी यात्री दोनों पायलट और दसों क्रू मेंबर मारे गए हैं। जिस रिहायशी इलाके में विमान क्रेश हुआ है वहां पर मृतकों और हताहतों की सही संख्या का तो फिलहाल पता नहीं चल सका है फिर भी 5-7 लोगों के मारे जाने और 50-60 लोगों के हताहत होने की चर्चायें हैं। मारे गए लोगों में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी भी शामिल हैं जो अपनी बेटी से मिलने लंदन जा रहे थे। विजय रूपाणी गुजरात के दूसरे ऐसे मुख्यमंत्री हैं जिनकी मौत विमान दुर्घटना में हुई है। इसके पहले 1965 में पाकिस्तान युद्ध के दौरान सीएम रहे बलवंत मेहता (कांग्रेस) के विमान पर हमला किया गया था जिसमें उनकी मौत हो गई थी।
बताया जाता है कि अमेरिका में निर्मित दुर्घटनाग्रस्त विमान का रजिस्ट्रेशन नंबर VTANB और सीरियल नंबर 36279 है। इस विमान ने 14 दिसम्बर 2013 को पहली बार हवा से बातें की थी। जनवरी 2014 में विमान एयर इंडिया के पास आया और साढ़े ग्यारह साल जीवन जीने के बाद 12 जून 2025 को ब्रम्हलीन हो गया। विमान दुर्घटनाग्रस्त क्यों हुआ इसकी विस्तृत रिपोर्ट तो जांच के बाद ही सामने आयेगी। अमेरिकी जांच ऐजेंसी नेशनल ट्रांसपोर्टेशन सेफ्टी बोर्ड के घोषणा की है कि उसके अधिकारी जांच में सहयोग करने भारत जायेंगे। बताया जाता है कि एयर इंडिया का विमान 171 अहमदाबाद से लंदन की उड़ान पर था। बताया जा रहा है कि अहमदाबाद एयरपोर्ट से उसने उड़ान भरी ही थी कि 625 फीट उपर जाकर 475 फीट की गति से नीचे आने लगा और बीजे मेडिकल कालेज अहमदाबाद के हास्टल की दीवारों से टकराकर क्रेस हो गया। जिससे हास्टल की इमारत तो क्षतिग्रस्त तो हुई ही वहां रह रहे कुछ युवा रेसीडेंस डाक्टर्स की मौत भी हो गई है और बड़ी संख्या में डाक्टर्स गंभीर रूप से घायल भी हो गए हैं। जिनका सिविल अस्पताल में इलाज किया जा रहा है। बीजे मेडिकल कालेज के प्रेसीडेंट डाॅ धवल गमेटी ने अहमदाबाद और आसपास रहने वाले नागरिकों से घायलों के इलाज में सहयोग देने के लिए बड़ी मात्रा में रक्त दान करने की अपील की है। टाटा समूह के चेयरमैन एन चंदशेखरन ने कहा है कि बीजे मेडिकल कालेज की इमारत को जो नुकसान हुआ है उसे ठीक करने में टाटा समूह पूरी मदद करेगा। दुर्घटना में मारे गए लोगों को 1-1 करोड़ रुपए की मुआवजा राशि और घायलों के इलाज का खर्चा टाटा समूह ही देगा।
विमान दुर्घटना को लेकर तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। विमान दुर्घटना के हृदय विदारक वीडियोज वायरल किये जा रहे हैं। सरकार पर भी मीडिया पोस्टमार्टम करके तरह-तरह के आरोप लगाये जा रहे हैं। जिसे खरी-अखरी सही नहीं मानता। जांच का इंतजार तो किया ही जाना चाहिए। मेडिकल कालेज परिसर में ही विमान क्रेस होने से मेडिकल सुविधायें तत्काल मुहैया हो गईं थीं इसके बाद भी यात्रियों को नहीं बचाया जा सका, इसके लिए चिकित्सकीय सुविधाओं पर आरोप लगाना कहीं से भी उचित प्रतीत नहीं होता है। विमान उडाने वाले पायलट भी पूरी तरह से निपुण थे। हां विमान में कोई आंतरिक तकनीकी खराबी अचानक आ गई और उससे विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया है तो इसका खुलासा तकनीकी विशेषज्ञों की टीम ही जांच करने के बाद ही बता पायेगी। विमान में सवा लाख लीटर ईंधन भरा हुआ था स्वाभाविक है जब विमान गिरा तो उसमें आग लग गई और किसी को भी अपनी जान बचाने का मौका नहीं मिला है और मिल भी नहीं सकता था। इसी दिन इसी 171 विमान में दिल्ली से अहमदाबाद तक की यात्रा करने वाले आकाश वत्स ने लिखा है कि विमान का न तो टीवी काम कर रहा था न ही एसी। Was in the same damn flight 2 hours before it took off from AMD. came in this from DEL – AMD. Noticed unusual things in the place. Made a video to tweet to @airindia I would want to give more details. Please contact me. लंदन में रहने वाले शरद रावल का कहना है कि वे 1 मई को इसी 171 विमान में अहमदाबाद से लंदन के लिए सवार हुए थे लेकिन एसी और अन्य लोगों की समस्याओं के कारण उडान रद्द कर दी गई थी। फिर 2 मई को ही विमान उडान भर सका था।
हाल के दिनों में बोइंग कंपनी के विमानों को लेकर बहुत सारे सवाल उठ रहे हैं। नेट फ्लैक्स पर डाक्यूमेंट्री लोड की गई है। जिसमें बोइंग के क्रेस होने की पड़ताल की गई है। एयर फ्लाइट 610 जो कि 2018 में इंडोनेशिया में क्रेस हुआ था तथा इथोपियन एयर लाइंस की फ्लाइट 302 जो कि 2019 में क्रेस हुई थी। इन दोनों हादसों में लगभग 350 लोगों की मौत हुई थी। जांच के दौरान बोइंग कंपनी की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए कहा गया था कि दोनों दुर्घटनाओं की तह में कंपनी की आंतरिक राजनीति के बदलाव एक बड़ा कारण हैं। जून 2024 में अमेरिका की सीनेट जब इस केस पर सुनवाई कर रही थी तब बोइंग कंपनी के सीईओ ने दोनों विमान हादसों में मारे गए लोगों के परिजनों से बकायदा माफी मांगी थी। खबर है कि अमेरिका की उड्डयन ऐजेंसी फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन (एफएए) ने कहा था कि बोइंग के इंजीनियर द्वारा कंपनी पर लगाये गये आरोपों की जांच कर रही है। सैम सालेहपोर ने दावा किया था कि 787 ड्रीमलाइनर विमान के कुछ हिस्सों को ठीक से एक-दूसरे से जोड़ा नहीं गया है। इस कारण यह खतरा पैदा हो सकता है कि हजारों उड़ाने भरने के बाद भी विमान बीच उडान में ही टूट कर क्रेस हो जाये। कंपनी ने इसके निर्माण में कई तरह के शार्टकट अपनाये हैं। उसकी सुरक्षा से समझौता किया गया है। एफएए ने तो यहां तक कहा है कि जब तक अमेरिकी सीनेट मामले की जांच कर रही है तब तक के लिए दुनिया भर की सभी ड्रीमलाइनर विमानों के उडने पर प्रतिबंध लगा दिया जाना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि जैसे-जैसे समय बीतता जायेगा ये विमान और भी खतरनाक होते जायेंगे। बोइंग कंपनी ने अमेरिकी सीनेट को बताया है कि वह सुरक्षा में सुधार कर रही है।
Downfall The Case Against Boeing : Boeing 787 crash Brings Fresh Scrutiny to Plane Maker’s Safety Record (The New York Times) – The Federal Aviation Administration is investigating claims made by a Boeing engineer who says that sections of the fuselage to the 787 Dreamliner are improperly fastened together and could break apart mid-flight after thousands or trips. The Guardian – Whistleblower urges Boeing to ground all 787 Dreamliners ofter safety warning. Engineer Sam Salehpour calls on plane maker ahead of testimony before senate homeland security committee asked if Boeing should ground 787 Jets for inspection, he told NBC Nightly News with Lester Holt: The entire fleet world wide, as far as I’m concerned right how, need attention. And the attention is, you need to check your gaps and make sure that you don’t have potential for premature failure. The plane maker has been grappling with its latest crisis since a cabin panel blowout in January raised fresh questions about the production of its best selling commercial Jet, the 737 Max. But the Federal Aviation Administration is new investigating allegations by the Boeing engineer Sam Salehpour that the Manufacturing giant took short cuts to reduce production bottlenecks while making the 787. He also raised issues about the production of the 777. an othe. Wide-body Jet. Updates on Boeing 737-9 MAX Aircraft Boeing oversight Actions : The FAA is holding Boeing accountable following the Jan 5 door plug incident. We will continue out aggressive oversight of the company and ensure it fixes its systemic production-quality issues. Jan 6 2024 : The FAA immediately grounded 171 Boeing 737-9 Max aircraft operated by U. S. airlines in U. S. territory.
अश्वनी बडगैया अधिवक्ता
स्वतंत्र पत्रकार
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