खरी-अखरी : अविश्वसनीय जनादेश
खरी-अखरी ने लिखा था कि वोटिंग पर्सेंटेज में बड़ा उतार चढ़ाव होने पर कोई सत्ता बरकरार रह जाये ऐसा कोई उदाहरण फिलहाल तो इतिहास में दर्ज नहीं है जब तक उसमें चुनाव आयोग का छौंक न लगा हो। बिहार की जनता ने तो अपनी चाल दी है आखिरी पांसा तो चुनाव आयोग को ही फेंकना […]

