GST कलेक्शन : 5 साल में दुगना हुआ सरकार का कलेक्शन
जीएसटी कलेक्शन में ऐतिहासिक बढ़त: वित्त वर्ष 2024-25 में सरकार को मिला 22.08 लाख करोड़ रुपए, पांच साल में दोगुना हुआ संग्रह
नई दिल्ली: देश में वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) प्रणाली लागू होने के बाद राजस्व संग्रह के मोर्चे पर सरकार को बड़ी सफलता मिली है। वित्त वर्ष 2024-25 में ग्रॉस जीएसटी कलेक्शन रिकॉर्ड 22.08 लाख करोड़ रुपए तक पहुंच गया, जो पिछले पांच वर्षों की तुलना में दोगुना है। वर्ष 2020-21 में यह आंकड़ा 11.37 लाख करोड़ रुपए था।
सरकार द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, बीते वित्त वर्ष में औसत मासिक जीएसटी संग्रह 1.84 लाख करोड़ रुपए रहा, जबकि 2023-24 में यह 1.68 लाख करोड़ और 2021-22 में 1.51 लाख करोड़ रुपए था। विशेषज्ञों का मानना है कि मौजूदा रुझानों को देखते हुए आने वाले वर्षों में मासिक औसत कलेक्शन 2 लाख करोड़ रुपए के पार जा सकता है।
राजस्व बढ़ोतरी के साथ-साथ टैक्सपेयर्स की संख्या में भी उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। 2017 में जहां जीएसटी के अंतर्गत पंजीकृत करदाताओं की संख्या 65 लाख थी, वहीं अब यह आंकड़ा 1.51 करोड़ से अधिक हो चुका है।
सरकारी बयान में कहा गया है कि जीएसटी ने पिछले आठ वर्षों में टैक्स बेस को व्यापक किया है और अप्रत्यक्ष कर प्रणाली को पारदर्शी, कुशल एवं डिजिटल रूप से मजबूत बनाया है। इस प्रणाली से न केवल संग्रह बढ़ा है, बल्कि भारत की राजकोषीय स्थिति को भी स्थायित्व मिला है।
विश्लेषकों के अनुसार, डिजिटल निगरानी, ई-इनवॉइसिंग और सख्त अनुपालन जैसे उपायों से जीएसटी संग्रह में निरंतर वृद्धि हो रही है, जिससे सरकार को आर्थिक नीतियों के क्रियान्वयन के लिए अधिक संसाधन उपलब्ध हो रहे हैं।
Leave a Reply
Want to join the discussion?Feel free to contribute!