ओला-उबर कैब बुकिंग में नए तरीके का मंडरा रहा है खतरा !
बुकिंग नंबर की गाड़ी की जगह , पहुंच रही है दूसरे नंबर की गाड़ी,
सतर्क रहना जरूरी , वर्ना हो सकता है बड़ा हादसा
चंडीगढ़ रीतेश माहेश्वरी
देशभर में ओला और उबर जैसी कैब सेवाएं लोगों की यात्रा का अहम हिस्सा बन चुकी हैं, और कभी ना कभी हमने अपने इन सेवाओं का लाभ भी लिया ही होगा भले वह अपने शहर में हो या किसी दूसरे शहर में । लेकिन अब इन सेवाओं में एक नया और चिंताजनक तरीके का फर्जीवाड़ा सामने आ रहा है। अक्सर देखा जा रहा है कि ग्राहक जब ओला या ऊपर कंपनी से कप की बुकिंग करते हैं और वहां से जिस नंबर की गाड़ी की बुकिंग का नंबर ओला या उबर के ऐप पर आता हैं, मौके पर उससे अलग नंबर प्लेट वाली गाड़ी आ जाती है। यह प्रवृत्ति न केवल नियमों का उल्लंघन है, बल्कि सुरक्षा के लिहाज़ से भी बेहद खतरनाक हो सकती है।
कैसे होता है फर्जीवाड़ा?
जब कोई व्यक्ति ओला या उबर ऐप से कैब बुक करता है, तो उसे गाड़ी का नंबर और ड्राइवर की जानकारी मोबाइल ऐप पर मिल जाती है। लेकिन कई मामलों में ड्राइवर कॉल करके कहता है कि “मैं दो मिनट में आ रहा हूं”, और कुछ देर बाद जो गाड़ी आती है उसका नंबर ऐप में दिखाए गए नंबर से मेल नहीं खाता। जब ग्राहक इस पर आपत्ति जताता है, तो ड्राइवर बहानेबाज़ी करने लगता है।
जीरकपुर के ढकोली क्षेत्र से सामने आया मामला
बुधवार देर रात एक ऐसा ही मामला पंजाब के मोहाली जिले के जिरकपुर के ढकोली क्षेत्र में सामने आया। एक महिला ने पंचकूला सेक्टर 11 से ओला कैब बुक की थी, लेकिन बुकिंग में दिख रहे गाड़ी नंबर की जगह दूसरी गाड़ी महिला को लेने आ गई। जब महिला ने सवाल किया, तो ड्राइवर ने कहा कि “मैं वहीं रहता हूं जहां आपको जाना है”, जो कि बेहद असामान्य और संदिग्ध जवाब था। हालांकि महिला सुरक्षित पहुंच गई, लेकिन ऐसी घटनाएं किसी दिन बड़े हादसे का कारण बन सकती हैं।


यहां यह भी जिक्र योग्य है कि गाड़ी की यह बुकिंग बुधवार को रात लगभग 7:30 बजे के आसपास की गई थी । और महिला बुकिंग की गई कैब नंबर की गाड़ी की जगह दूसरी नंबर की गाड़ी से अपने घर पर लगभग 8:15 पर सकुशल पहुंच गई । पर ऐसे में खतरा बड़ा था क्योंकि जिस नंबर की गाड़ी बुक की गई थी महिला उसे नंबर की गाड़ी में सफर नहीं कर रही थी । अगर ऐसे में कोई हादसा हो जाता तो उसका जिम्मेदार कौन होता ।
हालांकि इस मामले में महिला ने या महिला के परिजनों ने बुकिंग कंपनी से किसी प्रकार की कोई शिकायत नहीं की पर यह गंभीर मसला है । शिकायत की जानी चाहिए थी ताकि बुकिंग करने वाली कंपनी को पता चल सके कि किस तरीके का फ्रॉड सिस्टम कंपनी के नाम के नीचे चलाया जा रहा है ।
सावधानी कैसे बरतें?
- हमेशा गाड़ी का नंबर प्लेट मिलान करें – जो नंबर ऐप में दिखाया गया है, वही गाड़ी होनी चाहिए।
- ड्राइवर की फोटो और नाम का मिलान करें – गाड़ी में बैठने से पहले ड्राइवर की पुष्टि करें।
- लोकेशन शेयर करें – यात्रा शुरू करने से पहले अपनी लोकेशन परिवार या दोस्तों से शेयर करें।
- ऐप में ‘SOS’ बटन का इस्तेमाल जानें – ओला और उबर दोनों ही आपात स्थिति में सहायता के लिए बटन प्रदान करते हैं।
- अनौपचारिक वाहन में बैठने से बचें – अगर गाड़ी या ड्राइवर ऐप की जानकारी से मेल नहीं खाता, तो यात्रा रद्द कर दें।
यह फर्जीवाड़ा न केवल उपभोक्ताओं के साथ धोखाधड़ी है, बल्कि यह उनकी सुरक्षा के लिए भी गंभीर खतरा पैदा कर सकता है। प्रशासन और संबंधित कंपनियों को इस पर सख्त कार्रवाई करनी चाहिए, ताकि ग्राहकों का भरोसा बना रहे ।
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