मित्तल परिवार की तीन पीढियां एक झटके में हुई खत्म
कर्ज के बोझ तले मित्तल परिवार ने की जीवनलीला समाप्त,
चश्मदीदों ने सुनाई अंतिम क्षणों की दास्तान
सोमवार मंगलवार की दरमियानी रात हरियाणा के पंचकूला में एक ही परिवार के सात सदस्यों द्वारा सामूहिक आत्महत्या किए जाने की दिल दहला देने वाली घटना ने पूरे क्षेत्र को झकझोर कर रख दिया है। कथित रूप से भारी कर्ज के बोझ से परेशान होकर मित्तल परिवार ने जहरीला पदार्थ खा लिया, जिससे छह लोगों की घटनास्थल पर ही मृत्यु हो गई, जबकि परिवार के मुखिया प्रवीण मित्तल ने अस्पताल में अंतिम सांस ली।
कार में मिला पूरा परिवार, बदहवास हालत में मिला मुखिया
घटना पंचकूला के सेक्टर 28 की है , जहां एक कार में परिवार के छह सदस्य अचेत अवस्था में मिले। चश्मदीदों के अनुसार, कार से तेज बदबू आ रही थी और अंदर उल्टियों के निशान थे। कार के पास ही प्रवीण मित्तल अर्द्धचेतन अवस्था में बैठे थे। स्थानीय निवासी पुनीत और धर्म सैनी ने बताया कि जब उन्होंने स्थिति को संदेहास्पद पाया तो कार के पास पहुंचे। प्रवीण ने उन्हें खुद बताया कि उन्होंने और उनके परिवार ने ज़हर खा लिया है।
‘सब खत्म हो गया…’ : आखिरी शब्दों में झलका दर्द
पुनीत ने बताया कि जब उन्होंने प्रवीण मित्तल से पूछा कि वो यहां क्यों आए हैं, तो उन्होंने बताया कि वे बागेश्वर धाम की कथा सुनने आए थे, लेकिन उससे पहले ही वे अपने पूरे परिवार को जहर दे चुके हैं। धर्म सैनी के मुताबिक, प्रवीण ने खुद उन्हें बताया कि उन पर भारी कर्ज था और अब जीने की कोई राह नहीं बची थी।
अस्पताल ले जाते समय तोड़ा दम
जानकारी मिलते ही पुलिस और एंबुलेंस मौके पर पहुंची। प्रवीण मित्तल को गंभीर हालत में अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी भी मृत्यु हो गई। पुलिस ने मौके से साक्ष्य जुटाए हैं और मामले की विस्तृत जांच शुरू कर दी है।
कर्ज बना काल, समाज को सोचने पर मजबूर करती है यह घटना
इस घटना ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि आर्थिक दबाव और मानसिक तनाव से जूझते लोगों को समय रहते मदद क्यों नहीं मिल पाती। विशेषज्ञों का मानना है कि समाज और प्रशासन को मिलकर ऐसे परिवारों की पहचान कर समय पर सहयोग और परामर्श प्रदान करने की ज़रूरत है।
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