अभ्यास से बनेगा सेहत का योग : योगगुरु सुरक्षित गोस्वामी ने बताया स्वस्थ जीवन का सूत्र
पंचकूला। योग सिर्फ शरीर को लचीला बनाने की कसरत नहीं, बल्कि यह एक सम्पूर्ण जीवनशैली है, जो तन, मन और आत्मा को एक नई दिशा देता है। सुप्रसिद्ध योगगुरु सुरक्षित गोस्वामी का मानना है कि यदि योग को नियमित जीवनचर्या का हिस्सा बना लिया जाए, तो न केवल बीमारियों से बचाव संभव है, बल्कि मानसिक और आत्मिक शांति भी सहज रूप से प्राप्त की जा सकती है।
योगगुरु सुरक्षित गोस्वामी के अनुसार, शरीर की बाहरी सफाई जितनी जरूरी है, उतनी ही अनदेखी हम शरीर के अंदर की सफाई को लेकर करते हैं। हमारा शरीर अंदर ही अंदर धीरे-धीरे कई तरह की गंदगियों और विकृतियों को जन्म देता है, जिनका पता तब चलता है जब वे बीमारी बनकर उभरती हैं। योग की यही खूबी है कि यह शरीर को भीतर से शुद्ध और संतुलित रखता है।


उन्होंने कहा कि योग केवल आसनों तक सीमित नहीं है। इसमें प्राणायाम और ध्यान की भी महत्त्वपूर्ण भूमिका होती है। योग के अभ्यास से शरीर के भीतर ऊर्जा का प्रवाह बेहतर होता है, जिससे शरीर अपने आप रोगों से लड़ने में सक्षम बनता है। यही कारण है कि नियमित योगाभ्यास न सिर्फ शरीर को मजबूत बनाता है, बल्कि मन को भी सकारात्मक बनाए रखता है।
गोस्वामी ने जोर देकर कहा कि योग को ‘क्रैश कोर्स’ न समझा जाए। यह कोई तात्कालिक समाधान नहीं, बल्कि जीवनभर निभाई जाने वाली जिम्मेदारी है। इसका अभ्यास उतना ही जरूरी है जितना भोजन करना, ब्रश करना या नहाना। अगर इसे अपनी दिनचर्या में शामिल किया जाए, तो न केवल शरीर स्वस्थ रहता है, बल्कि उम्र बढ़ने के बावजूद व्यक्ति ऊर्जावान बना रहता है।
उनके अनुसार, व्यस्त जीवनशैली में भी केवल 35 मिनट रोजाना योग के लिए निकालना काफी है। इसमें 20 मिनट आसन, 10 मिनट प्राणायाम और 5 मिनट ध्यान किया जाए तो यह भी पर्याप्त है। यदि किसी दिन समय कम हो, तो कम समय का अभ्यास भी लाभकारी रहेगा। योग को उम्र, धर्म और परिस्थिति से ऊपर मानते हुए उन्होंने कहा कि यह एक सार्वभौमिक साधना है जो हर व्यक्ति को स्वस्थ, शांत और सजग बनाती है।
सुरक्षित गोस्वामी ने लोगों से अपील की कि वे योग को केवल एक दिन, योग दिवस तक सीमित न रखें, बल्कि इसे रोजाना का अभ्यास बनाएं। साथ ही अपने परिवार, मित्रों और समाज को भी योग के प्रति जागरूक करें। उन्होंने यह भी कहा कि हम जब तक बीमारी का इंतजार करते हैं, तब तक बहुत देर हो जाती है। इसलिए समय रहते योग अपनाएं और स्वस्थ जीवन की ओर पहला कदम बढ़ाएं।
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